जामताड़ा: जल ही जीवन है और यदि जल की समस्या हो तब कल्पना कीजिये क्या हो सकता है? सांसद विधायक तो बदलते रहते हैं पर नही बदलती तो ग्रामीणों की समस्या। इस भीषण गर्मी में यदि आपको पीने का पानी के लिए एक किलोमीटर दूरी तय करना पड़े तो शायद आपका दिल दहल जायेगा। 21 वीं सदी में ऐसा कल्पना शायद लोग नही कर सकते। लेकिन यह भी सच है की ऐसा लोग कर रहे हैं। हम आपको दिखाने जा रहे हैं ऐसा गांव जो जिले के नाला प्रखण्ड क्षेत्र के बड़रामपुर पंचायत के बरकुडी गांव ग्रामीणों का हाल है। यहां के ग्रामीण एक किलोमीटर दूरी तय कर अपने परिजनों के लिए गड्ढे से पानी लाकर पीने को मजबूर हैं। गांव में तो चापानल है लेकिन दूषित पानी आने की वजह से इतनी गर्मी में पैदल चलकर पेयजल की व्यवस्था करते हैं, जिसमें घंटों समय व्यतीत करना पड़ता है। यहां के ग्रामीणों का यह हाल नया नही है, वर्षों से यहाँ की महिलाओं की रोज का दिनचर्या है। पेयजल को लेकर ग्रामीणों की समस्या से परेशान हैं, लेकिन न जनप्रतिनिधि और न ही जिला प्रशासन इसपर कोई ठोस उपाय कर पाएं हैं। हर घर नल जल योजना कहाँ है पता नही। इस क्षेत्र से सांसद भाजपा से हैं, वहीं विधायक जेएमएम से हैं। केंद्र में भाजपा सरकार और झारखण्ड में यूपीए की महागठबंधन की सरकार हैं। वहीं वर्तमान विधायक झारखण्ड विधानसभा स्पीकर हैं। ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव में तो सभी प्रत्याशी वोट का प्रचार प्रसार करने गांव आते हैं। हमारी समस्या भी सुनते हैं और आश्वासन देकर जाते हैं की अब पेयजल की समस्या से निजात दिलायेंगे। लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। वहीं इस मुद्दे को लेकर जब पीएचडी विभाग के कार्यपालक पदाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया की गांव के सभी चापानल को दुरुस्त किया जा रहा है।
कोयलांचल लाइव के लिए जामताड़ा से निशिकांत मिस्त्री की रिपोर्ट
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