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सीट बंटवारे पर एनडीए में बनी सहमति केवल क्षेत्र पर है विवाद ,इंडिया गठबंधन में सी एम का चेहरा तक तय नहीं 
 

10/13/2025 4:21:51 PM IST

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कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
Patna : बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए में सहमति लगभग बन चुकी है लेकिन सीटों के मतभेद में पेंच फिल्हाल में फंसा हुआ है। भाजपा और जदयू के बीच जिन सीटों पर सहमति बनी है उसे अब तक सार्वजनिक नहीं किया गया है ऐसे में सीट को लेकर अभी भी मतभेद की स्थिति बनी हुई है। अर्थात किस कौन सीट मिलेगा यह विवाद है। दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन में सीट बटवारा तो दूर क्षेत्रीय स्तर पर मुख्य घटक राष्ट्रीय जनता दल परिवार पर एक नया खतरा सामने आ गया है ।सीट बंटवारे से पहले ही आईआरसीटीसी घोटाला मामले में लालू प्रसाद रावड़ी देवी पर आरोप सिद्ध हो गया है ऐसे में यह केस ऐसे समय में लालू परिवार को मुसीबत में डाल दिया है इस मामले में संबंधित ट्रायल चल रहा था जिसमें अंततः कोर्ट ने संज्ञान ले लिया है जिसके कारण बिहार विधानसभा चुनाव पर प्रतिकूल असर पडना तय है। सीट बंटवारे के मामले में अब तक जो स्थिति सामने आई है उसके अनुसार भाजपा 101 तथा जदयू 101 लुजपार 29 आरएम 6 और हम 6 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। इस प्रकार सीट बंटवारे एनडीए की सहमति तो बन गई लेकिन पेंच फस रही है कि वह सीट कौन-कौन सी होगी। कुछ ऐसी सिम हैं जिस पर घटक दल के दूसरे सदस्य दावेदारी के लिए तैयार हैं। शायद यही वजह है कि सेट तय करने से पहले इसको लेकर आज जो प्रेस वार्ता होनी थी उसे फिलहाल टाल दिया गया है। यह जानकारी धर्मेंद्र प्रधान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जारी किया है उन्होंने यह भी लिखा है बिहार तैयार है फिर से एनडीए सरकार है जबकि बिहार प्रभारी विनोद तावड़े ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक या लिखा है कि संगठित व समर्पित रजक ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सौहार्दपूर्ण वातावरण में आपसी सहमति बना ली है एनडीए के सभी दलों के नेता कार्यकर्ता इस निर्णय का स्वागत कर रहे हैं। दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे से पहले ही मुख्य घटक दल राजद के मुखिया लालू प्रसाद यादव पर आईआरसीटीसी घोटाला चार्ज हो गया है जिसकी ट्रायल शुरू हो गई है। यह उस समय  की बात है जब जब लालू प्रसाद रेल मंत्री हुआ करते थे उसे समय आईआरसीटीसी होटल में जो घोटाला हुआ है उसके लिए लालू प्रसाद पर सबूती तौर पर साक्ष्य मिल गए हैं। इस मामले से आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन पर प्रतिकूल असर पडना तय है। वैसे मामला सिर्फ यही तक नहीं है सीट बंटवारे से पहले इंडिया गठबंधन में इस बात पर सहमति नहीं बन पा रही है की मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा। कांग्रेस तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री के रूप में देखने को तैयार नहीं जो एक बड़ा पेंच है। एक महत्वपूर्ण बात यह भी है की इंडिया गठबंधन में सीपीआईएमएल का स्ट्राइक रेट अच्छी है ऐसे में उसके द्वारा मांगी जा रही सीट को लेकर भी मत्थापच्ची  बनी हुई है। ऐसे में इसका प्रतिकूल असर सीट पर पडना स्वाभाविक है। इस प्रकार बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर प्रथम चरण क्या नामांकन शुरू होने से पहले ही इंडिया गठबंधन के सेट बटवारा का मामला पेंच में फस गया है। साथ ही यहां सीट कौन-कौन सी होगी इसका किच-किच अभी बाकी है। वैसे छन छन कर के जो बात आ रही है उसमें बिहार विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस 60 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है। इसके अलावा वामपंथी दल की दावेदारी पेंच का मुख्य रूप से आने आ रही है।
 
 
उमेश तिवारी कोईलांचल लाइव डेस्क