New delhi : एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 नवंबर को प्रगति मैदान में वर्ल्ड फूड इंडिया के दूसरे संस्करण की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की, वहीं दूसरी तरफ राज्य सरकार के कृषि पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख ने झारखंड पवेलियन का उद्घाटन किया. भारत सरकार के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय ने वर्ष 2017 में वर्ल्ड फूड इंडिया का पहला संस्करण लांच किया था.
इस मौके पर बादल पत्रलेख ने कहा कि यह एक अच्छा प्लेटफार्म हैजहां झारखंड समेत देश के अन्य राज्यों खाद्य सामग्रियों को एक साथ देखने का अवसर मिलता है. उन्होंने यह भी कहा कि इंडस्ट्री एग्री समन्वय के तहत युवाओं को सारी सुविधाएं दी जा रही है. कोई युवा अपना यूनिट झारखंड में लगाना चाहे तो इसके लिए झारखंड सरकार मदद करेगी. झारखंड के छोटे उद्यमी देश और विश्व स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाएं,इसके लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन लगातार प्रयास कर रहे हैं. प्रगति मैदान का यह पवेलियन मिल का पत्थर साबित होगा.
झारखंड के स्थानिक आयुक्त मस्तराम मीणा ने कहा कि राज्य के लोगों के लिए बेहतर अवसर है, जहां झारखंड की खाद्य प्रसंस्करण सामग्रियों को विश्वस्तरीय पहचान बनेगी. यहां 12 स्टाल लगे हुए हैं, जिसमें काजू, दूध, मिलेट,मधु, चावल, चिल्ली,टोमेटो केचप, पेड़ा, माइनर फॉरेस्ट एवं पलाश की सामग्रियां हैं.
उद्योग विभाग के सचिव जितेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि पवेलियन में 4 नवंबर को नॉलेज सेशन रखा गया है,जहां माइनर फॉरेस्ट सामग्रियों जैसे महुआ, चिरौंदी समेत अन्य वनोत्पादों के प्रसंस्करण करने पर चर्चा होगी. मौके पर उद्योग निदेशक भोर सिंह यादव, जिडको की प्रबंध निदेशक सुश्री माधवी मिश्रा समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
कोयलांचल लाइव डेस्क
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