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उर्दू  प्रेम और  हर्ष व उल्लास की भाषा  : आई   ए   एस  पवन  कुमार  

9/8/2024 1:31:31 PM IST

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कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
नई  दिल्ली :  पैन  फाउंडेशन   की ओर  से   तसमिया  सभागार ओखला  मे डॉ सैय्यद  फारूक  ( हिमालय  ड्रग्स ) के  प्रावधान मे  प्रसिद्ध  शायर  डॉ एम आर  कासमी  तथा अहमद अल्वी   को  सम्मानित करने के  लिए  एक   कार्यक्रम आयोजित किया हुआ।  इस  अवसर पर  मुख्य अतिथि  आई ए  एस  पवन कुमार ने कहा  कि  उर्दू  भाषा  प्रेम  व उल्लास को  प्रकट  करती । डाक्टर  फारूक  के  द्वारा संस्थापित   तसमिया   सभागार  इल्म  का खजाना है ।  सभा मे  उपस्थित  सभी  दर्शक   दीपक  के समान है । पैन फाउंडेशन  के संरक्षक  डॉ सैय्यद  फारूक  ने  कहा कि  उर्दू के लेखक और कवि  को उर्दू के ठीक उच्चारण की ओर ध्यान देना अति आवश्यक  है। सही उच्चारण  से ही  भाषा  को  व्यक्त किया जा सकता है । 
पैन फाउंडेशन  के  संस्थापक  आसिफ  ने  विचार व्यक्त करते हुए  कहा कि  कवि   अपने फन  का उस्ताद  होता है  ।  डॉ  एम आर कासमी   और  अहमद  अल्वी  उर्दू  साहित्य  के  प्रसिद्ध  शायर  है । इस कार्यक्रम  का  संचालन   उर्दू  पत्रकार  मोइन  शादाब  ने किया ।बडी  संख्या  मे दर्शक  कार्यक्रम मे उपस्थित हुए।  मौके पर आई  ए  एस  पवन कुमार,  सैय्यद फारूक ,आलोक  अविरल, अनजु  सिंह, असद रजा ,  कर्नल संजय चतुर्वेदी , मोइन शादाब , रंजीता फलक , फारूक  अरगली ,  डॉ  एम आर कासमी , आदि  शायरो ने अपना कलाम  सुना कर  दर्शको   का  मन  मोह  लिया। 
 
कुछ  शेर  आप के लिए  प्रस्तुत  है : 
 
"आप की सलतनत  मे कुछ  गुजर मेरा भी  है 
है  फलक पर  आप का हक  मेरा भी है ।"
( आई  ए एस   पवन कुमार) 
 
 
" इतने चुप  है  के सभी पूछते  है दोस्त मेरे 
कौन  सी बात है जो दिल पे  लगा रखी है । "
( अनजू  सिह )
 
" नादा  ही भरते है फीस वकीलो   की 
दानिशमनद  तो सीधा  जज कर  लेते है "
(अहमद अल्वी )
 
" हाथ खाली सही लौट कर आ गए 
हम को इतना सकू  है  के घर आ गए "
 
( कर्नल  संजय  चतुर्वेदी )
 
" कल  से हो गा  यहां  नया सवेरा अब 
रात  यह आज आखरी  हो  गो ।"
 
(आलोक अविरल )
 
" अल्लाह  ने बख्शा  है जन्नत  सा वतन हम को 
होशियार  चमन वालो  दोजख  ना बना देना  ।"
( डाक्टर सैय्यद फारूक) 
 
" दोस्ती  दो रूखी  दुश्मनी  दो रूखी 
है  तेरे  शहर मै   जिन्दगी  दो रूखी ।"
( असद  रजा)