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विश्व आर्द्रभूमि (Wetland) दिवस पर पी.जी. भूगोल विभाग का शैक्षणिक भ्रमण, मुख्य उद्देश्य आर्द्रभूमि के प्रति जागरूकता  

2/3/2025 2:06:36 PM IST

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कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
Aara : विश्व आर्द्रभूमि दिवस के अवसर पर महाराजा कॉलेज के पी.जी. भूगोल विभाग के तत्वाधान में द्शाहपुर प्रखंड स्थित सुहिया भंगर आर्द्रभूमि के लिए एक दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन किया गया। इस भ्रमण का मुख्य उद्देश्य छात्रों को आर्द्रभूमियों के भौगोलिक एवं पारिस्थितिकीय महत्व की प्रत्यक्ष जानकारी देना तथा इनके संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। भ्रमण के दौरान विभागाध्यक्ष प्रो. संजय कुमार ने आर्द्रभूमियों का अर्थ और उनका महत्त्व समझाया। उन्होंने बताया कि आर्द्रभूमियाँ जैव विविधता संरक्षण, भूजल पुनर्भरण और जलवायु संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इसके साथ ही, उन्होंने आर्द्रभूमियों को होने वाले शहरीकरण, प्रदूषण और अतिक्रमण जैसी चुनौतियों पर चर्चा की और इनके संरक्षण की आवश्यकता पर बल दिया। डॉ. द्वीपिका शेखर सिंह ने भौगोलिक अध्ययन में शैक्षणिक भ्रमण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रायोगिक ज्ञान, सैद्धांतिक अध्ययन को और अधिक प्रभावी बनाता है तथा छात्रों को पर्यावरण और भौगोलिक अवधारणाओं को बेहतर ढंग से समझने में सहायता करता है। इस शैक्षणिक भ्रमण में डॉ. अरविंद कुमार सिंह, डॉ. रविशंकर तिवारी और अजीत सिंह ने भी भाग लिया और स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र, जल सुरक्षा और सतत विकास में आर्द्रभूमियों की भूमिका पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने यह भी बताया कि आर्द्रभूमियों का संरक्षण स्थानीय जीव-जंतुओं और वनस्पतियों के अस्तित्व के लिए अत्यंत आवश्यक है। 
यह शैक्षणिक भ्रमण छात्रों के लिए एक व्यावहारिक और ज्ञानवर्धक अनुभव साबित हुआ, जिससे उन्हें आर्द्रभूमि की जैव विविधता, उनके पारिस्थितिकीय महत्त्व और इनसे जुड़ी चुनौतियों को समझने का अवसर मिला। महाराजा कॉलेज, आरा का पी.जी. भूगोल विभाग भविष्य में भी पर्यावरणीय जागरूकता और संरक्षण प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए ऐसे शैक्षणिक कार्यक्रमों का आयोजन करता रहेगा। इस कार्यक्रम का समापन छात्रों और शिक्षकों द्वारा आर्द्रभूमि संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने और सक्रिय कदम उठाने की शपथ के साथ हुआ। 
 
कोयलांचल लाइव के लिए आरा से आशुतोष पांडेय की रिपोर्ट