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दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जन्मदिन सह शिक्षक दिवस धनबाद कोयलांचल में धूम धाम संपन्न
9/5/2025 4:10:35 PM IST
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कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
Dhanbad :
भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जन्मदिन सह शिक्षक दिवस धनबाद कोयलांचल में भी पूरे धूम धाम व श्रद्धापूर्ण वातावरण में मनाया गया । इस अवसर पर विभिन्न स्कूलों शिक्षकों के सम्मान में बतौर समारोह आयोजित कर शिक्षकों को सम्मानित करने सहित विद्यार्थियों द्वारा उन्हें उपहार भेंट की गई। विदित हो कि डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारत के दूसरे राष्ट्रपति थे और 13 मई, 1962 से 13 मई, 1967 तक इस पद पर रहे। 5 सितंबर, 1888 को आंध्र प्रदेश के एक छोटे से कस्बे में जन्मे राधाकृष्णन एक प्रतिष्ठित विद्वान, दार्शनिक और राजनेता थे, जिनका प्रभाव भारत के शैक्षिक और राजनीतिक परिदृश्य पर गहरा प्रभाव छोड़ गया है। राधाकृष्णन ने मद्रास के क्रिश्चियन कॉलेज से शिक्षा प्राप्त की और मैसूर विश्वविद्यालय तथा कलकत्ता विश्वविद्यालय सहित कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में प्रोफेसर के रूप में कार्य किया। उनके दार्शनिक और बौद्धिक प्रयासों ने उन्हें ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय में पूर्वी धर्म और नैतिकता के स्पैल्डिंग प्रोफेसर का पद दिलाया। तुलनात्मक धर्म और दर्शन पर उनके कार्य ने पश्चिमी दुनिया को भारतीय दर्शन से परिचित कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। राधाकृष्णन समाज के लिए एक परिवर्तनकारी उपकरण के रूप में शिक्षा के सिद्धांतों में भी दृढ़ विश्वास रखते थे। राधाकृष्णन के राजनीतिक जीवन में कई महत्वपूर्ण पद रहे, जिनमें 1949 से 1952 तक सोवियत संघ में भारतीय राजदूत के रूप में उनका कार्यकाल भी शामिल है। राष्ट्रपति चुने जाने से पहले, उन्होंने 1952 से 1962 तक भारत के उपराष्ट्रपति के रूप में कार्य किया।अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान, राधाकृष्णन अपनी बुद्धिमत्ता, विद्वता और भारतीय संस्कृति एवं दर्शन की गहरी समझ के लिए पूजनीय थे। उनका कार्यकाल भारतीय संविधान में निहित लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता से चिह्नित था।डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का निधन 17 अप्रैल, 1975 को हुआ था। उनके जन्मदिन, 5 सितंबर को, भारत में 'शिक्षक दिवस' के रूप में मनाया जाता है, जो शिक्षा और दर्शन में उनके योगदान को श्रद्धांजलि देता है। इस अवसर पर धनबाद के विभिन्न स्कूलों में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गए।
कोयलांचल लाइव डेस्क
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