Date: 21/11/2024 Thursday ABOUT US ADVERTISE WITH US Contact Us

केन्द्रीय शिक्षा मंत्री ने प्रधानमंत्री विद्यालक्ष्मी योजना को कैबिनेट की मंजूरी पर जतायी खुशी
 

11/14/2024 4:40:39 PM IST

34
कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
Dhanbad : केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बुधवार को प्रधानमंत्री विद्यालक्ष्मी योजना को कैबिनेट की मंजूरी दी जाने पर खुशी जताते हुए कहा कि इससे देश के मेधावी छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए ऋण मिलना आसान हो जायेगा। धर्मेंद्र प्रधान ने मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री विद्यालक्ष्मी योजना के तहत देश के एक लाख मेधावी छात्रों को 10 लाख रुपये तक का ऋण दिया जायेगा, जिसमें 03 प्रतिशत की रियायत भी दी जायेगी। योजना के तहत यदि कोई छात्र देश के 860 राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) रैंक वाले संस्थानों में पढ़ना चाहता है और उन्हें ट्यूशन फीस, हॉस्टल फीस और किताबों आदि के लिए आर्थिक मदद चाहिए, तो यह ऋण उपयुक्त होगा। प्रधान ने कहा कि इसके लिए कोई कोलैटरल गारंटी देने की आवश्यकता नहीं होगी। इसमें किसी गारंटर की भी जरूरत नहीं होगी। इससे पहले की तमाम स्कीमों में इस प्रकार की कुछ न कुछ बाधाएं थीं। इस स्कीम में ऐसी बाधाओं को खत्म किया गया है। इसमें कुल 3,600 करोड़ रुपये के वित्तीय अनुदान की व्यवस्था की गयी है। इसमें भारत की गरीब, वंचित, ग्रामांचल के मेधावी विद्यार्थियों को उच्च मानकी संस्थानों में पढ़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विकसित भारत के सपने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है।
 
शिक्षा ऋण पारदर्शी, छात्र-अनुकूल और डिजिटल आवेदन प्रक्रिया के माध्यम से सुगम बनाए जायेंगे :
 
केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया  कि इस योजना के तहत 08 लाख रुपये तक की वार्षिक पारिवारिक आय वाले छात्र 10 लाख रुपये तक के शिक्षा ऋण पर 03 प्रतिशत ब्याज सहायता पाने के पात्र होंगे। 7.5 लाख रुपये तक के ऋण 75 प्रतिशत क्रेडिट गारंटी के पात्र होंगे। शिक्षा ऋण पारदर्शी, छात्र-अनुकूल और डिजिटल आवेदन प्रक्रिया के माध्यम से सुगम बनाए जायेंगे, जो सभी बैंकों के लिए समान होगी। 
 
 शीर्ष 860 उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश पानेवाले छात्रों को मिलेगा पीएम विद्यालक्ष्मी का लाभ :
 
एनआईआरएफ के आधार पर देश के शीर्ष 860 उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश पानेवाले छात्रों को पीएम विद्यालक्ष्मी के तहत शिक्षा ऋण की सुविधा दी जायेगी। इसमें हर साल 22 लाख से अधिक छात्र शामिल होंगे। यह योजना गरीब और मध्यम वर्ग के लाखों छात्रों को सशक्त बनायेगी।
 
उमेश तिवारी,कोयलांचल लाइव डेस्क