Date: 08/11/2025 Saturday
ABOUT US
ADVERTISE WITH US
Contact Us
Koylanchal Live
बड़ी खबरें
देश प्रदेश
राज्य
MUMBAI
महाराष्ट्र
राजस्थान
गुजरात
उत्तराखंड
पश्चिम बंगाल
तमिलनाडु
ओडिशा
पंजाब
झारखण्ड
उत्तर प्रदेश
जम्मू कश्मीर
दिल्ली
आंध्र प्रदेश
बिहार
छत्तीसगढ़
MADHYA PRADESH
HIMACHAL PARADESH
राजधानी
रांची
पटना
लखनऊ
राजनीति
अपराध जगत
स्पोर्ट्स
वर्ल्ड न्यूज़
बिज़नेस
इंटरटेनमेंट
कोयलांचल लाइव TV
फोटो गैलरी
जामताड़ा में प्रत्याशियों का किस्मत ईवीएम में कैद , 23 को खुलेगा राज ,अनुमानों का बाजार गर्म
11/21/2024 3:16:47 PM IST
7430
कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
Jamtada :
झारखंड विधानसभा चुनाव का दूसरा चरण का मतदान हो चुका है जिसके बाद अब जनता के बिच सिर्फ और सिर्फ जीत हार को लेकर कयास भर लगाएं जा रहें हैं। मतदाताओं ने प्रत्याशियों की जीत हार का निर्णंय ई वी एम में कैद कर दी है जो राज आगामी 23 नवम्बर को सामने आएगा। केवल मतदान की प्रतिशतता को आधार बनाकर आशंकाएं भर व्यक्त की जा रही है। अविभाजित बिहार में जब यह दक्षिण बिहार कहलाता था उस समय से हीं जामताड़ा की राजनीति राज्य की राजनीति अहम भूमिका निभाती रही है। विशोम गुरु शिबू सोरेन ने यहीं के कंचनबेरा गाँव से अपनी चर्चित महाजनी प्रथा के खिलाफ यहीं से विरोध प्रदर्शन शुरू की थी। इस क्षेत्र की जीत हार राज्य की दशा और दिशा निर्धारित करती रही है। जानकारों का मानना है कि इस बार यहां का चनाव परिणम कुछ अजुबा होने केआशार हैं। अनुमान लगाया जा रहा है इस क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है इसबार यहां आदिवासी मतदान में विखराव का अनुमान लगाया जा रहा है। हलांकि क्या होगा यह सब अभी तक महज अनुमान भर है। ग्रामीण मानते हैं कि पहली बार इस गांव में झामुमो समर्थित इंडी गठबंधन के अलावा भारतीय जनता पार्टी को भी अच्छा खासा वोट मिला है। कंचनबेड़ा, शिवलीबाड़ी, लादना जैसे बड़े गांव में भी शिबू सोरेन की बड़ी बहू को ग्रामीणों ने वोट दिया। अब तक के चुनाव में देखा गया है कि अल्पसंख्यक गांव में हर बार बंपर वोटिंग होती है और उसका अधिकांश वोट एक ही पार्टी को जाता है। लेकिन इस बार के चुनाव में यह देखा गया कि अल्पसंख्यक बहुल गांव में भी वोटिंग का प्रतिशत न सिर्फ कम रहा, बल्कि वहां वोटों में बिखराव का अनुमान है। यही कारण है कि सोशल मीडिया में भी जामताड़ा विधानसभा के सबसे बड़े अल्पसंख्यक बहुल गांव चेंगाईडीह में कम वोटिंग और वोटों के बिखराव की चर्चा हो रही है। यही नहीं दीघारी, चैनपुर, चिरूडीह जैसे गांव के लोगों में वोट को लेकर पूर्व की तरह उत्साह और मतदान को लेकर उग्रता नहीं देखी गई। ठीक इसके विपरीत सामान्य जाति वाले गांव में अन्य बार की तुलना में वोटिंग करने के लिए लोग ज्यादा उत्सुक और गंभीर दिखे, जिसका परिणाम है कि जामताड़ा में अच्छी पोलिंग हुई। अक्सर ऐसा माना जाता रहा है कि शहरी वोटर भाजपा का वोटर रहता है। लेकिन जामताड़ा और मिहिजाम शहर में पिछली कई चुनाव से वोटो का बिखराव देखा गया। लेकिन काफी दिनों बाद शहरी वोटरों में भी एक जुटता दिखाई दी। शहर के अधिकांश बूथों पर एक पक्ष में ही लोगों को गोलबंद होते देखा गया। इस बार के चुनाव में लोगों में इस बात की चर्चा जोरों से थी कि वोट बर्बाद नहीं करेंगे। यही कारण है कि चुनाव में भाजपा और इंडिया गटबंधन के बीच सीधी टक्कर रही। वैसे तो जामताड़ा विधानसभा सीट से कुल 13 प्रत्याशी मैदान में थे। लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि वोटिंग के मामले में दो को छोड़ अधिकांश काफी पीछे नजर आए और शायद ही उन लोगों की जमानत भी बच सके। अंततः यहां चुनाव परिणाम का ऊंट किस करवट बैठेगा यह सब भविष्य की गोद में है। सभी दलों की नजर अपने लिए जनता की तोजोरी में कैद है।
जामताड़ा से कोयलांचल लाइव के लिए निशिकांत मिस्त्री की रिपोर्ट
Disclaimer:
Tags:
0 comments. Be the first to comment.
सम्बंधित खबरें
#
खाया पिया झारखण्ड मुक्ति मोर्चा का हल जोतने चला गया भाजपा में-मुख्यमंत्री
#
दरभंगा के गांव में पीएम मोदी का जनसभा संबोधन, उमड़ा जनसैलाब
#
भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष ने कि वोट देने की अपील
#
माउंटेन मैन दशरथ मांझी के पुत्र ने राजनीतिक समर्थन के लिए जनता से कहा
#
पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने निकाली बाईक रैली
ट्रेंडिंग न्यूज़
#
महाकुंभ से लौट रहा परिवार हादसे का हुआ शिकार, पति-पत्नी समेत बच्चों की हुई मौत
#
झारखंड के आदिवासी युवाओं के लिए क्षमता निर्माण एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ आयोजन
#
प्रहरी मेला की रजत जयंती पर झारखंडी कलाकारों- साहित्यकारों को किया गया प्रहरी सम्मान से सम्मानित
#
चीन की चुनौती के जवाब में भारत-जापान विकसित करेंगे नई पीढ़ी की सुपर मिसाइल
#
युवराज तेजस्वी को सिर्फ अंधेरे में लोगों को रखने की आदत है उन्हें विकास नजर नहीं आता : उप मुख्यमंत्री