Date: 09/05/2025 Friday
ABOUT US
ADVERTISE WITH US
Contact Us
Koylanchal Live
बड़ी खबरें
देश प्रदेश
राज्य
MUMBAI
महाराष्ट्र
पश्चिम बंगाल
तमिलनाडु
उत्तर प्रदेश
पंजाब
odisa
झारखण्ड
जम्मू कश्मीर
दिल्ली
बिहार
छत्तीसगढ़
MADHYA PRADESH
राजधानी
रांची
पटना
राजनीति
अपराध जगत
स्पोर्ट्स
वर्ल्ड न्यूज़
बिज़नेस
इंटरटेनमेंट
कोयलांचल लाइव TV
फोटो गैलरी
राज सिन्हा की जीत पर डाक विभाग सहित तमाम भामसं घटक दलों ने मिलकर दी बधाई
11/25/2024 4:51:46 PM IST
7362
कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
Dhanbad :
भाजपा के धनबाद प्रत्याशी राज सिन्हा की तीसरी बार जीत पर भारतीय मजदूर संघ के विभिन्न घटक ने सैकड़ों की संख्या उनसे मिलकर उन्हें बधाई दी है। संयुक्त रूप से मिलने वाले इस प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ के प्रांतीय सचिव सह वरीय भारतीय मजदूर संघ प्रभात रंजन कर रहें थें। इस मौके पर न केवल डाक विभाग बल्कि जिला भामसं , ट्रेड यूनियन ,आंगनबाड़ी , कोलियरी क्षेत्र सहित भामसं संबद्घ अन्य संगठन शामिल थें। मौके पर उन्होंने चुनाव में साथ देने वालों सभी मतदाताओं के प्रति आभार भी जताई। साथ हीं सबका साथ ,सबका विकास तथा सबका विश्वास की शपथ उपस्थित जनों को दिलाई। प्रभात रंजन ने आगे भी अपने तमाम यूनियन समर्थकों के साथ हर कदम पर उनका साथ देने का वादा किया।
उमेश तिवारी कोयलांचल लाइव डेस्क
Disclaimer:
Tags:
0 comments. Be the first to comment.
सम्बंधित खबरें
#
लोहा लग गई एमजीएम प्रकरण पर मंत्री इरफान व विधायक पूर्णिमा दास में
#
आतंकी हमले के विरोध में जमशेदपुर में भाजपा की आक्रोश रैली
#
आतंकी हमले के विरोध में धनबाद में निकली आक्रोश रैली कहा "भारत में बसे बांग्लादेशियों भाजपा खदेडेगी "
#
‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ विषय पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा का आया बड़ा बयान
#
गृह मंत्री अमित शाह 10 को रांची आएंगे
ट्रेंडिंग न्यूज़
#
भोजपुरी गायिका हेमा की गीतों पर बन्ना सहित दर्शकों ने लगाए जमकर ठुमका
#
कांग्रेस प्रभारी ने सभी जिलों से पंचायती राज एवं नगर निकाय को सशक्त बनाने पर मांगी रिपोर्ट
#
50000 रूपये झपटकर भाग रहे में एक लुटेरा चढ़ा पुलिस के हत्थें ,दूसरा फरार
#
धतकीडीह में दिनदहाड़े फायरिंग कर युवक को किया घायल
#
भोजपुरी क्षेत्र का सामाजिक इतिहास दर्ज है "फेर ना भेंटाई ऊ पचरुखिया में " भोजपुरी विभाग के डॉ रंजन विकास के संस्मरण पर पुस्तक हुई परिचर्चा