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नक्सल मोर्चे पर बड़ी सफलता, 1 करोड़ के इनामी रामधेर मज्जी समेत 12 आत्मसमर्पित

12/8/2025 2:18:22 PM IST

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कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ जिले में नक्सल मोर्चे पर सुरक्षा बलों को एक बड़ी सफलता मिली है. मामले में CPI (माओवादी) के शीर्ष नेता और केंद्रीय समिति सदस्य (CCM) रामधेर मज्जी, जिस पर अकेले 1 करोड़ का इनाम घोषित था, उसने अपने 11 खूंखार साथियों के साथ आज सुबह कुम्ही गांव, थाना बकर कट्टा में आत्मसमर्पण कर दिया. इस कदम को सुरक्षा एजेंसियां नक्सली ढांचे पर अब तक का सबसे बड़ा प्रहार मान रही हैं, क्योंकि यह पूरा समूह महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ स्पेशल जोनल कमेटी (MMC) का सक्रिय हिस्सा था, जो तीन राज्यों के छह जिलों में अपनी पैठ बनाए हुए था। 
 
रामधेर मज्जी को नक्सल संगठन में हिडमा के समकक्ष माना जाता था. उसके आत्मसमर्पण को संगठन के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है. उसके साथ DVCM रैंक के चंदू उसेंडी, ललिता, जानकी और प्रेम ने भी सरेंडर किया, जिनमें से दो के पास AK-47 और इंसास जैसे घातक हथियार थे. इनके अलावा, ACM स्तर के रामसिंह दादा और सुकेश पोट्टम ने भी हथियार डाले, जबकि क्षेत्रीय महिला मिलिशिया (PM) की लक्ष्मी, शीला, योगिता, कविता और सागर ने भी पुलिस के सामने समर्पण किया. समूह के पास से AK-47, इंसास, SLR, 303 और 30 कार्बाइन जैसे हथियार भी बरामद हुए हैं। 
 
यह क्षेत्र हुआ नक्सल मुक्त
इस बड़े आत्मसमर्पण के बाद MMC स्पेशल जोन (महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़) को पूरी तरह नक्सल-मुक्त घोषित कर दिया गया है. रामधेर मज्जी का सरेंडर ऐसे समय में हुआ है, जब बीते कुछ दिनों में ही बालाघाट में सुरेंद्र सहित नौ अन्य माओवादी हथियार डाल चुके हैं और MMC जोन के प्रवक्ता अनंत गोंदिया में पहले ही आत्मसमर्पण कर चुका था। 
 
नकसलियों के लिए यह थी चुनौती
सुरक्षा बलों की लगातार बढ़ती घेरेबंदी, केद्र सरकार की कड़ी नक्सल-विरोधी नीति, और छत्तीसगढ़ सरकार की आत्मसमर्पण नीति के प्रभाव के चलते माओवादी कैडरों की जमीनी पकड़ तेजी से कमजोर हो रही है. बड़ी संख्या में आत्मसर्पण कर रहे नक्सलियों कि माने तो छत्तीसगढ़ सरकार की नक्सल नीति उन्हें प्रभावित कर रही है. वहीं दूसरी तरफ जवानों को ऑपरेशन में मिला रही सफलता भी नकसलियों के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है.
 
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उम्मीद जताई है कि सशस्त्र नक्सलवाद मार्च 2026 तक समाप्त हो जाएगा. हालांकि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की माने तो तय समय से पहले ही सशस्त्र नक्सलवाद खत्म हो जाएगा. फिलहाल सभी 12 माओवादी पुलिस कस्टडी में हैं और उनसे पूछताछ की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जिसके बाद पुलिस जल्द ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे ऑपरेशन और नक्सली नेटवर्क से संबंधित विस्तृत खुलासा करने वाली है। 
 
पकड़े गये नक्सलियों में कौन?
सभी आत्मसमर्पण करने वाले 12 नक्सलियों में- रामधेर मज्जी- CCM- 1 करोड़ का इनामी, चंदू उसेंदी- DVCM, ललीता- DVCM, जानकी- DVCM (INSAS), प्रेम- DVCM, रामसिंह दादा- ACM, सुकेश पोत्तम- ACM, लक्ष्मी- पार्टी सदस्य (INSAS), शीला- पार्टी सदस्य (INSAS), सागर- पार्टी सदस्य (SLR), कविता- पार्टी सदस्य, योगिता- पार्टी सदस्य शामिल हैं। 
 
कोयलांचल लाइव डेस्क