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जान बचाने के लिए अस्थायी स्थानांतरण जरूरी- कोल इंडिया अध्यक्ष
 

12/10/2025 6:22:27 PM IST

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कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
Dhanbad : केंदुआडीह में जहरीली गैस रिसाव का संकट लगातार गंभीर होता जा रहा है। बुधवार को कोल इंडिया के अध्यक्ष सनोज कुमार झा प्रभावित इलाके में पहुंचे और विस्तृत निरीक्षण किया। तकनीकी टीमों से रिपोर्ट लेने के बाद उन्होंने स्थिति को अत्यंत गंभीर बताया। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात अपने आप सुधरने की संभावना नहीं है, इसलिए लोगों की जान बचाने के लिए अस्थायी रूप से सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरण ही इस समय एकमात्र विकल्प है। अध्यक्ष झा ने कहा कि यह स्थायी विस्थापन नहीं है, बल्कि जानलेवा गैस के बढ़ते स्तर से बचने का तत्काल कदम है। कई इलाकों में कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा खतरनाक स्तर से ऊपर पाई गई है। प्रभावित परिवारों से व्यक्तिगत बातचीत की गई है और बीसीसीएल की ओर से राहत केंद्रों में भोजन, रहने और चिकित्सा की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। गैस निकासी और तकनीकी समाधान पर टीमें लगातार काम कर रही हैं, लेकिन इसमें समय लग सकता है। कोल इंडिया के तकनीकी निदेशक अच्युत घटक ने स्थिति को और गंभीर बताते हुए कहा कि गैस का स्तर बढ़ रहा है और यह कहना कठिन है कि समस्या 10 दिन में खत्म होगी या डेढ़ महीने में। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे स्थिति की गंभीरता समझें और स्वेच्छा से सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट हों। बीसीसीएल के सीएमडी मनोज कुमार अग्रवाल ने बताया कि पूरे मामले की उच्चस्तरीय तकनीकी जांच जारी है। देश की कई विशेषज्ञ एजेंसियांआईआईटी-आईएसएम, सिंफर और सीएमपीडीआई—इस पर वैज्ञानिक अध्ययन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इस समय सर्वोच्च प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा है, जबकि स्थायी विस्थापन और पुनर्वास से जुड़े मुद्दों पर बाद में चर्चा की जाएगी। बीसीसीएल सीएमडी अग्रवाल बीती देर शाम फिर से केंदुआडीह पहुंचे और प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने राहत केंद्रों की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और कहा कि वैज्ञानिक निगरानी, चिकित्सा सहायता, राहत संचालन और पुनर्वास गतिविधियां युद्धस्तर पर चल रही हैं। राजपूत बस्ती और आसपास के क्षेत्रों में कार्बन मोनोऑक्साइड का रिसाव लगातार जारी है, जो लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल रहा है। कंपनी लगातार जागरूकता अभियान भी चला रही है। अधिकारियों ने कहा कि गैस की मात्रा जानलेवा स्तर पर पहुंच चुकी है, इसलिए किसी भी तरह की लापरवाही भारी खतरा साबित हो सकती है।
 
संजना सिंह कोयलांचल लाइव डेस्क