Dhanbad : पश्चिम बंगाल में महाराष्ट्र के पालघर जैसी घटना की पुनरावृत्ति हुई है. पालघर में भीड़ ने बच्चा चोर समझकर दो साधुओं को बेरहमी से पीट-पीट कर हत्या कर दी थी. वहीं बंगाल के पुरुलिया जिले में मकर संक्रांति के अवसर पर गंगासागर स्नान करने सड़क मार्ग से जा रहे यूपी के तीन साधुओं को भीड़ ने निर्वस्त्र करके बेरहमी से पिटाई की. इस घटना का एक वीडियो फुटेज भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. फुटेज में साफ-साफ दिखता है कि भीड़ तीन साधुओं को बेरहमी से पिटाई कर रह रही है. साधु इन दरिंदों से अपनी रक्षा नहीं कर पा रहे हैं.
घटना की जानकारी पाकर पुरुलिया के भाजपा सांसद ज्योतिर्मय महतो ने फौरन पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस साधुओं को दरिंदों से बचाने के बजाए खुद भी पिटाई करने लगी.
बंगाल भाजपा का दावा है कि साधुओं को सत्तारूढ़ टीएमसी से जुड़े अपराधियों ने निर्वस्त्र कर पीटा है. भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि पश्चिम बंगाल में हिंदू होना अपराध है. ममता बनर्जी के शासन में, शाहजहां शेख जैसे आतंकवादी को खुला संरक्षण मिलता है और साधुओं की हत्या की जा रही है.
भुक्तभोगी साधु सड़क मार्ग से धनबाद पहुंचे और परिसदन में अपनी आपबीती सुनाई.
बता दें कि 16 अप्रैल 2020 को महाराष्ट्र के पालघर जिले के एक गांव गढ़चिंचल में ग्रामीणों के एक समूह ने बच्चा चोर समझकर दो साधुओं की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी. साधु अंतिम संस्कार में भाग लेने सूरत जा रहे थे. तभी ग्रामीणों के एक समूह ने उनके वाहन को रोका और उन पर धारदार हथियार से हमला कर दिया.
कोयलांचल लाइव डेस्क
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