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नवजात बच्चों के वार्ड में बरसा आग का कहर,दस नवजात मासूमों की गई जान,परिजनों में मचा कोहराम   

11/16/2024 11:20:06 AM IST

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कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
Jhansi : उत्तरप्रदेश में झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट (SNCU) में भीषण आग लगने से 10 नवजातों की दर्दनाक मौत हो गई है। इस हादसे में 39 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है,लेकिन इस दुर्घटना ने अस्पताल प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर दिया है। जानकारी के मुताबिक़ यह हादसा रात करीब साढ़े 10 बजे हुआ। बताया जा रहा है कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में स्पार्किंग के चलते पहले आग लगी,उसके बाद फिर धमाका हो गया,जिससे पूरे वार्ड में आग फैल गई। वार्ड ब्वॉय ने आग बुझाने के लिए अग्निशमन यंत्र (फायर एक्सट्विंगशर) चलाया। लेकिन वह 4 साल पहले ही एक्सपायर हो चुका था,इसलिए वह काम नहीं किया। इस  अग्निकांड के एक चश्मदीद गवाह के मुताबिक बच्चों के वार्ड में एक ऑक्सीजन सिलेंडर के पाइप को लगाने के लिए नर्स ने माचिस की तीली जलाई। लेकिन जैसे ही उसकी तीली जली,तुरंत पूरे वार्ड में आग लग गई। आग लगते ही नर्स ने अपने गले में पड़े कपड़े से 3 से 4 बच्चों को लपेटकर बचाते हुए बाहर लेकर आ गयी। सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड की 6 गाड़ियां पहुंचीं। जिसके बाद वार्ड की खिड़की तोड़कर वहां पानी की बौछारें मारीं गयी। जबकि घटना की सुचना मिलने DM-SP पहुंचें,लेकिन भीषण आग को देखते हुए घटनास्थल पर सेना को बुलाया गया। जिसके बाद करीब 2 घंटे में आग पर काबू पाया गया। लेकिन आज सुबह तक 5 बच्चों का पता न चलने पर परिजनों ने मेडिकल कॉलेज के बाहर जमकर हंगामा किया और अंदर घुस गए। वही प्रशासन द्वारा आग के कारणों की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की गई है। इसके अलावा अस्पताल में सुरक्षा उपकरणों की कमी और लापरवाही ने इस हादसे को और भी गंभीर बना दिया है। फायर एक्सटिंग्विशर के एक्सपायर होने और पर्याप्त अग्निशमन उपाय ना होने पर अब सवाल उठ रहे हैं। यह घटना अस्पताल प्रशासन और सुरक्षा मानकों में भारी चूक को उजागर करती है। इसके साथ ही पीड़ित परिवार न्याय और दोषियों पर कार्यवाही की मांग कर रहे हैं। इस हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया और जिला प्रशासन को घायल बच्चों का समुचित इलाज कराने के निर्देश दिए। साथ ही इस घटना की जांच के आदेश भी दिए गए हैं। यह हादसा बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करता है। सरकारी और स्वास्थ्य विभाग को इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए प्रभावी कदम उठाने होंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने झांसी के मेडिकल कॉलेज में बच्चों के वार्ड में आग लगने से 10 शिशुओं की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव कार्य में पूरी तरह जुटा हुआ है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर प्रधानमंत्री मोदी के हवाले से लिखा है कि “झांसी के मेडिकल कॉलेज में आग लगने का हादसा बेहद हृदयविदारक है। इसमें जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। ईश्वर से प्रार्थना है कि वे इस कठिन समय में उन्हें संबल प्रदान करें।”
 
 
कोयलांचल लाइव डेस्क