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चिराग का उद्देश्य कहीं प्रेशर बनाकर बिहार में उपमुख्यमंत्री बनने का तो नहीं ?
 

9/15/2025 4:08:46 PM IST

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कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
Dhanbad : लोक जनशक्ति पार्टी (आर) के मुखिया चिराग पासवान का उद्देश्य कहीं बिहार में उपमुख्यमंत्री बनना तो नहीं ? बिहार विधानसभा चुनाव की तिथि घोषित होने से पहले ही लोजपा रामविलास की प्रेशर राजनीति को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही है। वैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस हनुमान की सोच कुछ अलग ही जा रही है ।  चिराग पासवान की यह टेढ़ी-मेढ़ी चला कहीं यह संकेत तो नहीं दे रही कि उनका उद्देश्य है बिहार में नई सरकार में उपमुख्यमंत्री उनके दल का हो ? स्थिति चाहे जो भी हो लेकिन बिहार में चुनाव आचार संहिता लगने से पहले एनडीए गठबंधन की कार्यशैली ने मतदाताओं को खासकर राजनीतिक दलों को चिंता में डाल दी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ-साथ घटक दल भी अपनी-अपनी सपने लेकर ताल ठोक रहे हैं। लेकिन परिणाम क्या होगा इसका अभी सिर्फ अंदाजा ही लगाया जा सकता है। इससे इतना तय है कि इस बार बिहार में विधानसभा चुनाव वास्तव में आसान नहीं होगा। वैसे एनडीए की इस कार्यशैली से सबसे अधिक परेशानी विपक्षी इंडिया गठबंधन को हो रही है। इंडिया गठबंधन में राजद और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारा को लेकर अभी ज्यादा खींचम तानी दिखाई पड़ रही है। आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर अस्वस्थ जेल भोग रहे लालू यादव मे भी ताजगी आ गई है। उनकी ओर से उनके सुपुत्र तेजस्वी एंडी चोटी का पसीना एक किए हुए हैं। वह लगातार बिहार के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर प्रहार पर प्रहार किया जा रहे हैं। लेकिन बिहार में इस बार भी कहीं से भी राजद की फिर वापसी के आसार नहीं नजर आते। क्योंकि पिछले कुछ दिनों से बिहार में विपक्षियों  की लगातार बुड़ रही लूटकी इसकी संकेत दे रही है। कहने का तात्पर्य है की बिहार में इस बार भी विपक्ष के तमाम दलों की स्थिति वही मुंगेरीलाल की हसीन सपने वाली के ही है। वैसे विपक्ष के मुख्य दल कांग्रेस सहित तमाम गठबंधन के दल अपनी अपनी तरकीब भिड़ाने में व्यस्त है। लेकिन इस बार वे अपनी सपने को कैसे साकार करेंगे यह उनके समक्ष  एक बड़ी चुनौती होगी। अब तक सीट बंटवारे को लेकर जो अंतिम आंकड़े अनुमानन सामने आ रहे हैं के अनुसार जदयू 102 से 103 के बीच ,भाजपा 101 से 102 के बीच ,लोजपा (आर ) 25 से 28 के बीच तथा हम 7 सीट तथा उपेंद्र कुशवाहा की दल 4  सीट शामिल है। बता दे कि विपक्ष इस बार पूरी दम लगाए हुए हैं की नीतीश सरकार को शिकस्त देकर कैसे ऐसा दमदार जगह बनाया जाय  कि राज्य के साथ साथ  केंद्र तक मददगार बने। लेकिन इसके लिए अब तक कोई कारगर योजना दिखाई नहीं पड़ती। इस प्रकार बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले ही सत्ताधारी  या विपक्ष सभी अपने-अपने ढंग से जी तोड़ प्रयास में लगे हुए हैं।  लेकिन अंतिम समय में चुनावी ऊंट का परिणाम किस करवट बैठेगा यह  तो अभी सिर्फ अनुमान ही लगाया जा सकेगा। 
 
 
उमेश तिवारी कोयलांचल लाइव डेस्क