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जनजातीय "हो" भाषा को लेकर ऑल इंडिया हो लैंग्वेज एक्शन कमिटी ने किया धरना प्रदर्शन

10/31/2025 6:47:08 PM IST

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कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
Edited By - Vikash 
 
jamshedpur : ऑल इंडिया हो लैंग्वेज एक्शन कमिटी की ओर से दिल्ली के जंतर-मंतर पर एक दिवसीय विशाल धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया। यह धरना जनजातीय हो भाषा को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर आयोजित गया था। देश भर में 50 लाख से ज़्यादा लोग अपने रोज़मर्रा के संचार में हो भाषा का इस्तेमाल करते हैं। जनजातीय "हो" भाषा को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करवाने हेतु आज दिल्ली के जंतर मंतर में विशाल धरना प्रदर्शन किया गया, धरना प्रदर्शन में झारखण्ड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और असम के हजारों की संख्या में लोग हिस्सा लिया। ऑल इंडिया हो लैंग्वेज एक्शन कमिटी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सुरा बिरुली ने कहा की जनजातीय "हो" भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए लगातार कई वर्षों से राज्य सरकार और केन्द्र सरकार से अनुरोध किया गया है, लेकिन किसी ने अब तक पहल नहीं किया, हम पिछले तीन दशकों से हो भाषा की संवैधानिक मान्यता के लिए संघर्ष कर रहे हैं, संसद सदस्यों से लेकर केंद्रीय गृह मंत्री, संसदीय राजभाषा समिति के अध्यक्ष और यहाँ तक कि राष्ट्रपति महोदय से कई बार मिल कर ज्ञापन सौंपा गया है। 
 
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इस मुद्दे को कई बार लोकसभा और राज्यसभा में पक्ष -विपक्ष के सांसदों के द्वारा माँग को रखा गया है यह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है कि इतनी बड़ी जनजातीय आबादी अपनी मातृभाषा की रक्षा और संरक्षण के संवैधानिक अधिकार से वंचित है, जबकि कम बोलने वाली आबादी और सीमित साहित्य विकास वाली कई भाषाओं को पहले ही आठवीं अनुसूची में शामिल किया जा चुका है। हमारा दृढ़ विश्वास है कि संवैधानिक मान्यता हो भाषा, साहित्य और संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन में मदद करेगी, जिससे भारत की भाषाई विविधता और जनजातीय विरासत मजबूत होगी। हमें उम्मीद है कि जनजातीय  हो  भाषा को जल्द ही भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में अपना उचित स्थान मिलेगा।
 
जमशेदपुर से कोयलांचल लाइव के लिए बिनोद केसरी की रिपोर्ट