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बीसीसीएल श्रमिक संगठनों का लेबर कोड के खिलाफ संयुक्त मोर्चा
11/28/2025 11:46:29 AM IST
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कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
भारत कोकिंग कोल लिमिटेड में कार्यरत सभी श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चा की एक बैठक जगजीवन नगर स्थित बिहार कोलियरी कामगार यूनियन कार्यालय के समक्ष मैदान में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन (इंटक) के महामंत्री श्री ए के झा ने की। बैठक में भारत सरकार द्वारा बिहार विधानसभा चुनाव के बाद संविधान दिवस की पूर्व संध्या पर मजदूरों के हित में लंबे संघर्ष के बाद प्राप्त 29 लेबर कानून को समाप्त करके 4 लेबर कोड को लागू करने के बाद उत्पन्न स्थिति पर विस्तार से समीक्षा की गई बैठक को संबोधित करते हुए झा ने कहा कि भारत में लगभग 80% लोग मजदूरी पर जिंदा है। इसमें लगभग 4 करोड़ मजदुर संगठित क्षेत्र में और लगभग 44 करोड़ मजदूर असंगठित क्षेत्र में कार्य करके अपना जीवन बसर करते हैं। देश में 42% मजदूर ठेका मजदूर है। भाजपा सरकार ने वेलफेयर स्टेट के सिद्धांत को खारिज करते हुए श्रमिक संगठनों से बिना कोई बात किए हुए पूंजीपतियों के हित में एक तरफा फैसला लेते हुए जबरन लेबर कोड को लागू कर दिया है। इस लेबर कोड के लागू होने से मजदूरों के नौकरी पर खतरा पैदा हो गया है। कानून ने पूंजीपतियों को यह अधिकार दे दिया है कि वह मजदूर को फिक्स्ड टर्म जॉब में रखें। अब तक नौकरी वाले मजदूर 60 वर्ष की आयु तक कार्य करते थे, अब प्रबंधन ने दो, तीन या पांच वर्ष के अंदर नौकरी समाप्त करने का अधिकार प्राप्त कर लिया है। हायर एंड फायर पॉलिसी के तहत 100 श्रमिक वाले इंडस्ट्री के मालिक भी छटनी का हिम्मत नहीं जुटा पाता था, अब प्रबंधन को अधिकार प्राप्त है जहां 300 मजदूर काम कर रहे हैं, उन्हें किसी भी समय बिना कानूनी प्रक्रिया के छटनी की जा सकती है। एक बार जिस श्रमिक की नौकरी चली जाएगी, उसे फिर से काम पर नहीं लिया जाएगा। मजदूरों के कानूनी रक्षा का अधिकार पूरी तरह समाप्त कर दिया गया है। 8 घंटे के पाली का समय सीमा बढ़ाकर 12 घंटे कर दिया गया है। ओवर टाइम का नियम समाप्त कर दिया गया है। परमानेंट नेचर आफ जॉब में ठेका से काम कराया जाएगा। मजदूरों का शोषण होगा। मेहनत की राशि छिनी जाएगी। ठेकेदार मजदूरों को आर्थिक और मानसिक शोषण करेंगे और पूंजी पतियों को लाभ होगा। बोनस ,ग्रेच्युटी एवं अन्य सामाजिक सुरक्षा के लाभ से मजदूर वंचित होंगे। वेतन कम करने का अधिकार प्रबंधन के पास होगा। सीएमपीएफ को समाप्त कर दिया जाएगा। पीएफ की राशि का भुगतान ठेकेदार की इच्छा पर निर्भर करेगा। मजदूर और यूनियन के सारे अधिकार समाप्त कर दिए जाएंगे। यूनियन का निबंधन प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। हड़ताल के अधिकार से मजदूरों को वंचित कर दिया जाएगा। प्रबंधन को पुलिसिया जुर्म करने का व्यापक अधिकार प्राप्त होगा। झा ने कहा कि भाजपा की एनडीए सरकार देश की अर्थव्यवस्था को पूरी तरह चौपट करके अंबेडकर जी के संविधान को चिथडा करके लोकतांत्रिक अधिकार को पूरी तरह समाप्त कर देना चाहती है। हमें आज अपने पूर्वजों महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, इंदिरा जी, सुभाष चंद्र बोस, जय प्रकाश नारायण, अंबेडकर जी,अब्दुल बारी, बी पी सिन्हा ,बिंदेश्वरी दुबे, राजेन्द्र प्रसाद सिंह, हित नारायण सिंह, शिबु सोरेन,ए के राय, एस के बक्शी, सूर्यदेव सिंह,ललित बर्मन, चिन्मय मुखर्जी आदि नेताओं को स्मरण करके पूरी ईमानदारी और ताकत से गांधीवादी तरीके से श्रमिकों की आवाज को उठाने उसके अधिकार की रक्षा के लिए सत्य, निष्ठा और ईमानदारी से इस संघर्ष को अंतिम सांस तक जारी रखना है जब तक सरकार देश के करोड़ों मजदूर के साथ न्याय करने के लिए इस लेबर कोड वापस लेने का निर्णय ना ले ले, बैठक को मानस चटर्जी, एस एस दे, आनंद मयी पाल, हरिप्रसाद पप्पू, छोटू सिंह पार्षद, बिहार लाल चौहान, नंदू यादव, आर के तिवारी, आदित्यनाथ झा, अवधेश सिंह, अमित झा, गुप्ता जी , भूषण जी, सत्यनारायण सिंह, संजीत सिंह, रणजीत सिंह रामप्रीत प्रसाद, रवि चौबे, रामचंद्र पासवान, दयाल महतो आदि ने संबोधित किया। सबों ने एक स्वर में लेबर कोड का विरोध किया और संकल्प लिया कि इस लड़ाई को मजबूती से लड़ेंगे। सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि हर एरिया, हर यूनिट स्तर पर कल से ही ड्यूटी पर जाने के समय स्थाई/ ठेका मजदूर लेबर कोड के खिलाफ संयुक्त प्रदर्शन करेंगे और नारा लगाएंगे। यह कार्यक्रम 10 दिसंबर तक लगातार चलते रहेगा। सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि हर एरिया में लेबर कोड के खिलाफ हर श्रमिक संगठनों का संयुक्त सेमिनार/वर्कशॉप आयोजित किया जाएगा। सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि दिसंबर प्रथम सप्ताह में कतरास एरिया और सिजुआ एरिया में अलग-अलग दो स्थानों पर सेमिनार/ वर्कशॉप संयुक्त रूप से आयोजित किया जाएगा। सभी श्रमिक संगठनों से अपील की गई है कि वो सभी कार्यक्रमों में पूरी ईमानदारी से भाग लेने की कृपा करें।
कोयलांचल लाइव डेस्क
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