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जनजातीय युवाओं को तकनीकी सीख़ देने पर आधारित रही IIT (ISM) धनबाद का तीन दिवसीय IT और कंप्यूटर ट्रेनिंग बूट कैंप 
 

7/19/2025 5:59:51 PM IST

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कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
Dhanbad : IIT (ISM) धनबाद ने जनजातीय कार्य मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से संचालित अपने सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तहत आयोजित तीन दिवसीय IT और कंप्यूटर प्रशिक्षण बूट कैंप का सफल समापन शनिवार को हो गया । इस कैंप में झारखंड के अलग-अलग एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय (EMRS) के चुनिंदा मेधावी छात्रों ने भाग लिया। 17 से 19 जुलाई तक चला यह बूट कैंप “झारखंड के जनजातीय युवाओं के लिए बेसिक और एडवांस कंप्यूटर ट्रेनिंग” कार्यक्रम के तहत ‘रिवॉर्ड स्कीम’ का हिस्सा था।तीसरे और अंतिम दिन की शुरुआत छात्रों के लिए पाइथन प्रोग्रामिंग सेशन से हुई, जिसमें उन्हें कोडिंग की बेसिक जानकारी दी गई। यह सेशन छात्रों के लिए काफी दिलचस्प रहा, क्योंकि कई छात्रों ने पहली बार प्रोग्रामिंग का अनुभव लिया।इसके बाद छात्रों ने संस्थान के भूवैज्ञानिक संग्रहालय (Geological Museum) का दौरा किया, जहां उन्होंने खनिज, चट्टानों और जीवाश्मों से जुड़ी जानकारी पाई। इस विज़िट ने छात्रों को पृथ्वी विज्ञान के क्षेत्र की बुनियादी समझ दी और उन्हें IIT (ISM) की समृद्ध अकादमिक और अनुसंधान सुविधाओं से परिचित कराया। बूट कैंप का समापन वैलिडिक्टरी सेशन के साथ हुआ, जिसमें सर्टिफिकेट और पुरस्कार वितरित किए गए। IIT (ISM) के प्रोफेसरों और अधिकारियों ने छात्रों की भागीदारी, अनुशासन और सीखने की उत्सुकता की सराहना की और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। इस तीन दिवसीय कैंप का नेतृत्व प्रो. रश्मि सिंह और प्रो. नीलाद्रि दास ने किया। पहले दो दिनों में छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, वर्चुअल रियलिटी और मेटावर्स जैसी उभरती तकनीकों से परिचय कराया गया। इसके अलावा उन्होंने NVCTI, TexMin, ACIC, रोबोटिक्स लैब, CRF और एशिया की सबसे बड़ी लाइब्रेरी में से एक—IIT (ISM) की सेंट्रल लाइब्रेरी—का दौरा किया। 
दूसरे दिन आयोजित सांस्कृतिक संध्या में छात्रों ने संथाली और हूल गीत प्रस्तुत किए और भगवान बिरसा मुंडा व सिद्धो-कान्हो को श्रद्धांजलि देते हुए पारंपरिक जनजातीय नृत्य किए। इस कार्यक्रम में EMRS स्कूलों के शिक्षक भी शामिल हुए, जिससे यह एक जीवंत और समावेशी आयोजन बन गया। यह बूट कैंप न सिर्फ तकनीकी ज्ञान का मंच बना, बल्कि छात्रों के आत्मविश्वास और प्रेरणा को भी नई उड़ान दी। IIT (ISM) धनबाद इस तरह की पहलों के माध्यम से झारखंड के जनजातीय युवाओं को डिजिटल सशक्तिकरण की दिशा में आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है।
 
 
कोयलांचल लाइव डेस्क