Date: 14/10/2025 Tuesday ABOUT US ADVERTISE WITH US Contact Us

ACB की गोपनीय शाखा कार्यालय में लटका दो ताला, चर्चाओं का बाजार गर्म

9/20/2025 12:24:31 PM IST

466
कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
Edited By - Vikash 
 
Ranchi : रांची एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) के गोपनीय शाखा कार्यालय में दो ताला लटकने की चर्चा जोर शोर से होने लगी है। गोपनीय शाखा कार्यालय में एक नहीं दो दो ताला लटका हुआ दिखाई दिया। दो ताला लगने की वजह के बारे में सूत्रों ने यह बताया है कि वहां के कंप्यूटर की हार्ड डिस्क बदली जा रही थी. इस सूचना के बाद वहां पर दो ताले लगा दिए गए हैं. इसकी पुष्टि तो तभी होगी, जब हार्ड डिस्क की जांच होगी.
एसीबी कार्यालय के टेक्निकल सेल में लगे कंप्यूटर से भी हार्ड डिस्क बदले जाने की सूचना है. इस सेल में मोबाइल का सीडीआर निकालने से लेकर कॉल रिकॉर्डिंग तक के काम होते हैं. ऐसे में सवाल यह उठने लगा है कि क्या बिना जरुरत और बिना विभागीय अनुमति के किसी सरकारी कार्यालय में लगे कंप्यूटर की हार्ड डिस्क बदली जा सकती है? क्या ऐसा करना अपराध की श्रेणी में नहीं आयेगा? क्या एसीबी को जांच कर ऐसा करने और कराने वालों पर प्राथमिकी दर्ज नहीं करानी चाहिए?
For Blood Collection Call - 9263147030
                         विज्ञापन
हम आपको बता दे की कल रात सरकार ने डीजीपी अनुराग गुप्ता को एसीबी प्रमुख के प्रभार से मुक्त करने का आदेश जारी किया था. जिसके बाद शुक्रवार को एडीजी प्रिया दुबे ने एसीबी प्रमुख के पद पर योगदान दिया. इस दौरान वहां की गोपनीय और टेक्निकल शाखा में गतिविधियां तेज हो गयी। एसीबी प्रमुख का पद का प्रभार हटने के बाद शुक्रवार को डीजीपी ने एसीबी में पदस्थापित एक इंस्पेक्टर गणेश सिंह और छह पुलिसकर्मियों का तबादला कर दिया था. तबादला झारखंड जगुआर, रांची जिला बल और धनबाद जिला बल में किया गया.
जिनका तबादला किया गया, वह सभी डीजीपी अनुराग गुप्ता के चहेते बताये जाते हैं. इंस्पेक्टर गणेश सिंह के बारे में तो कहा ये भी जाता है की वे  एसीबी के बदले पुलिस मुख्यालय में रहकर डीजीपी की गोपनीय शाखा में काम करते थे. गणेश सिंह के यहाँ बजाब्ते दरोगा इंस्पेक्टर से लेकर डीएसपी तक का दरबार लगता था . लेकिन जैसे ही कल गणेश सिंह और पुलिस कर्मियों के तबादले होते ही यह सवाल भी उठने लगा है कि क्या सिर्फ पसंदीदा कर्मियों के साथ ही काम किया जा सकता है. यह पुलिस विभाग है, ना कि प्राइवेट लिमिटेड कंपनी! इस तरह के कई सवाल लोग की फिज़ाओं में प्रश्न बन कर तैर रही है। 
 
रांची से कोयलांचल लाइव के लिए एन.तिवारी की रिपोर्ट