Date: 19/10/2025 Sunday
ABOUT US
ADVERTISE WITH US
Contact Us
Koylanchal Live
बड़ी खबरें
देश प्रदेश
राज्य
MUMBAI
महाराष्ट्र
राजस्थान
गुजरात
उत्तराखंड
पश्चिम बंगाल
तमिलनाडु
ओडिशा
पंजाब
झारखण्ड
उत्तर प्रदेश
जम्मू कश्मीर
दिल्ली
आंध्र प्रदेश
बिहार
छत्तीसगढ़
MADHYA PRADESH
राजधानी
रांची
पटना
लखनऊ
राजनीति
अपराध जगत
स्पोर्ट्स
वर्ल्ड न्यूज़
बिज़नेस
इंटरटेनमेंट
कोयलांचल लाइव TV
फोटो गैलरी
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का इस साल भारत यात्रा, यात्रा से पहले ही भारत को ऑफर
7/22/2025 5:31:28 PM IST
137
कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
Edited By - Vikash
Delhi :
भारत और रूस का सम्बन्ध अन्य देशो के मुकाबले बहुत गहरा है। भारत को रूस से डिफेन्स सिस्टमो में बहुत मदद मिलती है। रूस भी एक सच्चे मित्र की तरह हमेशा भारत की मदद करता आया है। एक बार फिर रूस भारत के डिफेन्स सिस्टम को और मजबूत करने के लिए अपनी टेक्नोलॉजी भारत के साथ साझा करने जा रहा है। विगत कुछ सालो से रूस - यूक्रने युद्ध पूरी दुनिया को सकते में डाल दिया है।
इसी बीच युद्ध को दरकिनार कर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस साल भारत की यात्रा पर आ रहे हैं। यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद पहली बार हो रही इस यात्रा से पहले रूस ने भारत को सुखोई-57 स्टील्थ फाइटर जेट को भारत में बनाने का प्रस्ताव दिया है। इस बीच अब यह भी खुलासा हुआ है कि रूस भारत में अपने आधुनिक टैंक टी-14 अर्माटा को बनाने के लिए तैयार है। इसे दुनिया के सबसे शक्तिशाली टैंक में शामिल किया जाता है। इस टैंक को बनाने वाली रूसी कंपनी भारतीय कंपनी के साथ ज्वाइंट वेंचर के तहत टी-14 टैंक को बनाना चाहती है। भारतीय सेना को अगली पीढ़ी के टैंक की सख्त जरूरत है। भारत दशकों से रूस से टैंक लेता रहा है, फिर चाहे वह टी-72 हो या फिर आधुनिक टी-90 टैंक।
इस टैंक में पूरी तरह से डिजिटल सिस्टम लगा हुआ है, और इसके बुर्ज या टुरेट में किसी भी सैनिक के बैठने की जरूरत नहीं होती है। इसे एआई तकनीक से भी लैस किया गया है। इसको चलाने वाले सैनिक चारों ओर से घिरे आर्मर्ड कैप्सूल के अंदर सुरक्षित होते हैं। भारत के वर्तमान टैंक टी-72 और टी-90 अब काफी पुराने होते जा रहे हैं और आधुनिक पीढ़ी के टैंक की सख्त जरूरत है। वह भी तब जब चीन और पाकिस्तान भी लगातार अपनी टैंक ताकत को बढ़ा रहे हैं। अन्य देश भी अपना टैंक भारत को बेचना चाह रहे है जिसमे फ्रांस, अमेरिका, जर्मनी, इटली जैसे देश शामिल है। यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि क्या भारत पुतिन के इस ऑफर को मानेंगा या नहीं। इसके पीछे एक बड़ी वजह पश्चिमी देशों का रूस के खिलाफ लगाया गया प्रतिबंध है। वहीं पश्चिमी देश भारत और रूस की दोस्ती को लेकर लगातार धमका रहे हैं। ट्रंप तो रूस तेल लेने पर भारत के खिलाफ 125 फीसदी टैरिफ लगाने की चेतावनी दे रहे हैं। देखना होगा की क्या यह भारत के लिए कूटनीतिक समस्या लेकर आएगा ?
कोयलांचल लाइव डेस्क
Disclaimer:
Tags:
0 comments. Be the first to comment.
सम्बंधित खबरें
#
भारत-कनाडा रिश्तों में नई गर्माहट,जयशंकर-आनंद बैठक में नया रोडमैप तैयार
#
तुर्की में एक बार फिर पकड़ा गया इजराइली जासूस
#
रूस की 85 कम्पनियाँ भारत में करेगी निवेश, 5.6 मिलियन डॉलर का होगा व्यापार
#
पाकिस्तान ने की एयर स्ट्राइक, अपने ही 30 नागरिको को बम से उड़ाया
#
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दो दिनों के मोरक्को के दौरे पर, पीओके खुद कहेगा "मैं भी भारत हूं"-राजनाथ सिंह
ट्रेंडिंग न्यूज़
#
तेजी से यूरेनियम संवर्धन कर रहा पाकिस्तान, पाकिस्तान के परमाणु शस्त्रागार की स्थिति की हुई समीक्षा
#
नबीनगर में एनडीए के विधानसभा स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में हंगामा
#
धनबाद पुलिस की बड़ी कामयाबी प्रिंस खान गिरोह का शूटर गिरफ़्तार, व्यापारी की हत्या की साज़िश नाकाम
#
महाकुंभ से लौट रहा परिवार हादसे का हुआ शिकार, पति-पत्नी समेत बच्चों की हुई मौत
#
नीरज सिंह हत्या कांड में संजीव सहित तमाम 11 आरोपी बरी ,कहीं जश्न तो कहीं रही उदासी